वाराणसी में जुटे कई राज्यों के दिव्यांग, भारत माता मंदिर से निकला मार्च
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को कई राज्यों के दिव्यांगजन वाराणसी में जुटे। जन विकास समिति की ओर से एक कदम दिव्यांगजनों के लिए कार्यक्रम के तहत भारत माता मंदिर से गांधी अध्ययन पीठ सभागार तक मार्च निकाला। इस दौरान दिव्यांग अपने हाथों में स्लोगन लिखी तख्ती लेकर नारेबाजी करते रहे। उन्होंने कहा कि समाज में हमारी भागीदारी तय होनी चाहिए। इसके बाद जन प्रतितिधियों और दिव्यांगजनों के बीच संवाद आयोजित हुआ।
जन विकास समिति मुर्दहां की ओर से अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। काशी विद्यापीठ के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद कैलाश नाथ यादव ने कहा कि दिव्यांगों के आर्थिक विकास की ओर सरकार का ध्यान नहीं है। इस कारण यह वर्ग पिछड़ता जा रहा है। चुनाव के वक्त दिव्यांगों ने भी केंद्र सरकार को वोट देकर कर सत्ता पर आसीन किया था। बावजूद इसके इन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। केंद्र सरकार नहीं चेती तो इसके परिणाम खराब होंगे। यह वर्ग उपेक्षित है, वाराणसी के सांसद ने चुनाव के वक्त बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन इन्हें अबतक कोई लाभ नहीं दिया गया है। इस कारण ये खुद को समाज पर बोझ समझ रहे हैं।दोपहर 12 बजे शुरु हुआ संवाद दो बजे तक चला। इसमें दिव्यांगजन प्रकोष्ठ के गठन और दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 पर मंथन किया गया। इस दौरान फादर चेतन निदेशक जन विकास समिति ने कहा कि दिव्यांगों पर मानसिक दबाव पहले से ही रहता है, अगर सरकार इन पर ध्यान नहीं देगी तो ये समाज में खड़े नहीं हो पाएंगे। कार्यक्रम में अवनिश कुमार पूर्व जिलाध्यक्ष बसपा, वेद प्रकाश गौतम समेंत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।